प्रेगनेंसी में बेबी का राइट साइड में होना

प्रेगनेंसी में बेबी का राइट साइड में होना

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नमस्कार दोस्तों स्वागत है, आपका हमारे कैसे करें वर्ग और आज का हमारा सवाल प्रेगनेंसी से जुड़ा हुआ है। जो की, प्रेगनेंसी में बेबी का राइट साइड में होना इस विषय के बारे में आज हम आपको जानकारी देने वाले हैं। दोस्तों यह विषय काफी महत्वपूर्ण और गंभीर है क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान दो जिओ का महत्व होता है। मां और बच्चे को कभी भी किसी भी वक्त खतरा आ सकता है। इसीलिए प्रेगनेंसी के दौरान अधिक केयर करना जरूरी होता है, उन्हें हमेशा अपनी निगरानी में रखना जरूरी होता है। और निजी डॉक्टर की सलाह अनुसार उनको ट्रीटमेंट देना होता है।

तो आज हम आपको प्रेगनेंसी से जुड़े सभी सवालों के जवाब देने वाले हैं,जैसे प्रेगनेंसी में बेबी राइट साइड में होना प्रेगनेंसी में बेबी लेफ्ट साइड में होना प्रेगनेंसी में बेबी का गर्व उल्टा हो जाना इत्यादि जैसे अन्य विषयों के बारे में भी हम आपको जानकारी देंगे ताकि आप ऐसे परेशानियों से दूर रह सकते हैं। और बिना डरे ऐसे परेशानियों का सामना कर सकते हैं, जिससे आप खुद की और बच्चे की लाइफ बचा सकते हैं। और एक अच्छा बच्चा पैदा कर सकते हैं, जो आपके भविष्य निर्माण के काम आ सकता है।

प्रेगनेंसी में बेबी राइट साइड में होना

दोस्तों अगर आप का गर्भ आपके राइट साइड में हो गया है, या फिर आप केवल जानना चाहते हैं। कि प्रेगनेंसी में बेबी राइट साइड में हो जाता है तो इसका क्या मतलब है? तुम बिल्कुल भी ना डालें यह एक साधारण प्रक्रिया होती है, जब भी महिला प्रेग्नेंट होती है, तो उसके शरीर के भीतर कई प्रकार के बदलाव होते हैं। हार्मोन अल और शारीरिक जिसकी वजह से जैसे जैसे उसका बच्चा बड़ा होते जाता है, वैसे-वैसे वह हम मूवमेंट करना स्टार्ट कर देता है यानी कि वह अपने हाथ पैर फैलाना शुरू कर देता है।

और मां का गर्भ उस बच्चे के लिए उसके घर समान होता है, वह जब भी सोता है,या फिर शांत रहता है तो उस वक्त वह दायिनी और बाई ओर हो जाता है, यानी कि राइट साइड में हो जाता है। अगर आपका बेबी राइट साइड में झुक गया है तो बिल्कुल भी निश्चिंत रहें यह नॉर्मल होता है और एक्सपर्ट्स के द्वारा ऐसा कहा जाता है, गर्भवती महिला को हमेशा राइट साइड में बॉडी को झुका कर सोना अच्छा होता है।

प्रेगनेंसी में बेबी लेफ्ट साइड में होना

दोस्तों जैसे कि हमने ऊपर की जानकारी दें कहां की प्रेगनेंसी में बेबी अगर राइट साइड में होता है तो यह बच्चे के लिए सेफ माना जाता है, ठीक उसी प्रकार अगर प्रेगनेंसी में बेबी लेफ्ट साइड होता है।तो यह भी साधारण प्रक्रिया होती है, और इसमें चिंता करने जैसी कोई बात नहीं होती है। अगर आपको फिर भी ज्यादा जिंदा होने लगे तो आप आपके निजी डॉक्टर से सलाह मशवरा कर सकते हैं। और आपको वह भी यही बताएंगे यह नॉर्मल होता है, लेकिन आपके मन में अगर यह प्रश्न है तो आप जरूर आपके डॉक्टर की सलाह लें।

तो प्रेगनेंसी में बेबी लेफ्ट साइड में होना यह बच्चे के लिए अच्छा होता है इसीलिए इस बात का बिल्कुल भी टेंशन ना ले।

प्रेगनेंसी के दौरान बेबी राइट साइड वाले साइड क्यों झुकता है

दरअसल देखा जाए तो हमने आपको कहा कि मां का गर्भ, बच्चे के लिए उसके घर समान होता है जैसे जैसे वह बड़ा होने लगता है,उसका विकास होने लगता है तो वह हाल-चाल करना शुरू कर देता है,यानी कि अपने हाथ पैरों की मूवमेंट करना शुरू कर देता है, नीचे फिर कुछ भी कह सकते हैं। इसीलिए बेबी राइट या लेफ्ट साइड में झुक जाता है। प्रेगनेंसी में जब डिलीवरी का समय आ जाता है तो आखिरी दिनों में बेबी कोई भी एक साइड पकड़ लेता है, जैसे कि अगर वह राइट साइड में है। तो वह पैदा होने तक राइट साइड नहीं रहता है, या फिर लेफ्ट साइड में है तो पैदा होने का क्लिफसाइड नहीं रहता है; क्योंकि उस समय गर्भ अधिक बड़ा हो जाता है।उसी कारण उसे मूवमेंट करने में तकलीफ होती है,इसीलिए वह एक ही साइड में टिका रहता है।

गायनेकोलॉजिस्ट यानी कि गर्भधारणा एक्सपर्ट डॉक्टरों के रिसर्च द्वारा ऐसा पाया गया है। जब माता के शरीर में एमनियोटिक नाम का द्रव की कमी महसूस होती है, उस वक्त यह हो सकता है। और मां के गुर्दों में आने की चेस्ट के हड्डियों में अगर किसी प्रकार का पेन है, या फिर या फिर तो उस कारण भी बच्चा किसी भी एक्साइड झुक सकता है। और दूसरे नजरिए से देखा जाए तो यह मां के शारीरिक गतिविधियों पर भी निर्भर होता है,कि सोते वक्त उठते वक्त या बैठते वक्त मां किस तरह से हाल-चाल करती है। या किस तरफ ज्यादा झुकती है, उसकी वजह से भी प्रेगनेंसी में बेबी इस साइड हो सकता है।

बच्चा पेट में कौन से महीने में घूमने लगता है

दोस्तों जब एक मां प्रेग्नेंट होती है,तो उसके 16 से 20 सप्ताह के बाद बच्चा पेट में घूमने लगता है, जिसे क्विकिंग भी कहा जाता है। यानी कि जब अगर महिला का पहली बार प्रेगनेंसी का दौर होता है, तो उस वक्त 20 सप्ताह के बाद बच्चा पेट में घूमने लगता है,और अगर महिला दूसरी बार प्रेग्नेंट हो रही है। तो पहले बार प्रेग्नेंट होने के मुकाबले दूसरी बार बच्चा 16 से 18 सप्ताह बाद ही घूमना शुरू कर देता है।

पेट में लड़का या लड़की है कैसे पहचाने

दोस्तों आजकल तो शिशु की जांच करवाना कानूनी जुर्म माना जाता है, जो कि सही बात भी है। लेकिन आप अगर सिर्फ जानकारी हासिल करने के लिए यह सवाल पूछ रहे हैं,तो इसका जवाब हम आपको देने जा रहे हैं। लेकिन इससे पहले हम आपको चेतावनी दे देते हैं, कि हम किसी भी प्रकार से लड़का या लड़की के गर्भ को बढ़ावा नहीं दे रहे हैं, पेट में लड़का है या लड़की दोनों एक समान होते हैं।

लड़के का गरबा कैसे पहचाने

हम आपको यह जानकारी केवल गायनेकोलॉजिस्ट एक्सपर्ट्स के रिसर्च के आधार पर दे रहे हैं। अगर पेट में लड़का है यह पहचान ना है, तो मां के गर्भ का निरीक्षण करें अगर मां का गरबा यानी कि पेट नीचे की ओर खुला हुआ होता है। यानी कि पेट का निचला हिस्सा ज्यादा बड़ा हो जाता है। तो ऐसा माना जाता है, पेट के भीतर लड़के का गर्भ होने की संभावना है।

लड़की का गर्भ कैसे पहचाने

ठीक उसी प्रकार अगर मां के पेट का आकार बीच में ही फूला हुआ हो या ऊपर के साइड में फुला है, और मां के शरीर में एक अलग ही खूबसूरती अगर आती है जैसे कि उसकी त्वचा ग्लो करने लगती है,और बॉडी की स्कीम काफी मुलायम हो जाती है साथ ही साथ उसके हाथ अधिक सुंदर दिखने लगते हैं, तो ऐसा माना जाता है कि पेट के अंदर लड़की का गर्भ होने की संभावना है।

प्रेगनेंसी में बेबी का राइट साइड में होना
प्रेगनेंसी में बेबी का राइट साइड में होना

दोस्तों यह कि आज की प्रेगनेंसी से जुड़ी सभी सवालों की जानकारी जिसे पढ़कर आपको यकीनन बहुत कुछ इंफॉर्मेशन मिल सकती है। और हम ऐसा मानते हैं, कि आप इस जानकारी का किसी भी प्रकार से गलत इस्तेमाल नहीं करेंगे और ना ही गलत मतलब निकालेंगे। धन्यवाद

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