सही समय पर ऑफिस पहुंचना जरूरी है, इसलिए सुबह समय की कमी होती है। लेकिन शरीर को लचीला बनाये रखना और फैट डीपोजिशन से दूर रखना भी जरूरी होता है। ऐसी स्थिति में कोई एक ऐसा आसन ढूंढना जरूरी होता है, जो इन दोनों कामों में मदद कर सके। योग में चक्की चालानासन (chakki chalanasana benefits) महत्वपूर्ण आसनों में से एक है। यह पेट पर जमे फैट को खत्म करने और शरीर को लचीला बनाये रखने के साथ-साथ पाचन तंत्र को भी मजबूती देता है।
यही कारण है कि एक्ट्रेस और फिटनेस फ्रीक शिल्पा शेट्टी भी इसकी मुरीद हैं। वे इसे कई वैरिएंशन के साथ करना पसंद करती हैं। जानते हैं पहले चक्की चलनासन के क्या फायदे (chakki chalanasana benefits) हैं।
जानिए आपकी फिटनेस और सेहत के लिए चक्की चलानासन के फायदे
योग थेरेपिस्ट डॉ. अमित खन्ना कहते हैं, ‘ किसी योग्य प्रशिक्षक की देखरेख में इस आसन को करना शुरू करें। तभी इससे स्वास्थ्य लाभ हो सकेंगे।
1. ऊपरी शरीर को टोन अप करता है (Upper Body)
चक्की चलानासन में ऊपरी शरीर की सक्रिय भागीदारी होती है। इसके नियमित अभ्यास से इस क्षेत्र की मांसपेशियां टोन होती हैं।
2. पीसीओएस सिंड्रोम के लक्षण कंट्रोल करता है (PCOS)
पोली सिस्टिक सिंड्रोम के कारण मोटापा, पॉलीसिस्टिक ओवरी के साथ-साथ शरीर पर बाल भी हो जाते हैं। इससे अंडाशय के चारों ओर ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। इससे पीसीओएस पर काबू पाने में मदद मिल सकती है।
3 स्पाइनल फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाता है (Spinal Flexibility)
एक-दूसरे से लंबवत रूप से जुड़े स्पाइनल कॉलम के बीच की गति को राउंड मोशन बढ़ाते हैं। नियमित रूप से किए जाने पर लचीलेपन में वृद्धि होती है। हैमस्ट्रिंग को मजबूत और लचीला बनाता है।
कैसे करें चक्की चलनासन (Mill Churning pose)
योग थेरेपिस्ट डॉ. अमित खन्ना के अनुसार, योग मैट पर बैठ जाएं। पैर और पीठ सीधी होनी चाहिए।
धीरे-धीरे अपने पैरों के बीच जितना संभव हो सके दूरी बनाएं। हाथों को कमर या हिप्स के पास रखें।
पैरों को सेट करने के बाद अपने हाथों को स्टर्नम लेवल तक उठाएं। अपने दोनों हाथों को एक दूसरे से जकड़ लें।
अब सांस लें और अपने ऊपरी शरीर को दाहिनी ओर आगे ले जाने के लिए अपने कोर, काव्स, थाई को एंगेज करें।
एक काल्पनिक वृत्त बनाएं। अब सांस छोड़ते हुए उल्टी दिशा में बायीं ओर आ जाएं।
बाद में क्लॉकवाइज़ से एंटी-क्लॉकवाइज़ और इसके विपरीत बदलें। इसी तरह 10 से 15 मिनट तक गोला बनाते रहें। जैसे ही अभ्यास समाप्त हो, हाथ को बीच में लाएं और वापस पहले वाली स्थिति में आ जाएं। जगह कम करते हुए पैरों को एक साथ लाएं और आराम करें।
चक्की चलनासन के पोज़ में वैरिएशन लाकर भी किया जा सकता है
1. बैठा हुआ स्ट्रैडल पोज (Seated Straddle Pose)
बैठे हुए स्ट्रैडल पोज़ में चक्की चकलासन की तुलना में पैर दूर होते हैं। यह हैमस्ट्रिंग पर अधिक तनाव डालता है।
इसकी शुरुआत चक्की चलनासन की तरह ही होगी।
फिर सांस भरते हुए हाथों को ऊपर उठाएं। हाथ आगे की ओर सीधा और छाती खुली होनी चाहिए। पीठ को पूरी तरह फ्लेक्स करने के लिए स्कैपुला को एंगेज करें।

सांस छोड़ते हुए आगे की ओर झुकें। रीढ़ को सीधा रखते हुए फर्श को छूने की कोशिश करें।
इसके बाद सांस लेते हुए धीरे-धीरे वापस बैठने की स्थिति में आ जाएं। पैरों के बीच के अंतर को कम करें।
2 पार्श्व उपविष्ट कोणासन (Seated Side Stretch)
पार्श्व उपविष्ट कोणासन में लेग प्लेसमेंट बिल्कुल चक्की चालानासन की तरह है।
हाथों को जांघों पर रखते हुए पैरों और रीढ़ को सीधा रखें।
हाथ को कूल्हे के पास रखकर जहां तक संभव हो पैर को फैलाएं।

सांस अंदर लें और रीढ़ की हड्डी को ऊपर उठाएं, ताकि दाहिनी ओर मुड़ सकें। पैरों को पकड़ने की कोशिश करें या दाएं पैर के तलवे को पकड़ने की कोशिश करें।
धीरे-धीरे सांस लें और दाएं पैर पर ध्यान केंद्रित करते हुए सीमा के अनुसार करते रहें।
अब बाएं पैर या उसके तलवे को पकड़ने के लिए बाईं ओर मुड़ें। सांस लेने के लिए रुकें। फिर वापस बीच की स्थिति में आ जाएं।
अंत में हाथों को कूल्हे के पास रखकर पैरों के बीच के अंतर को कम करें।
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