
जोशीमठ (चमोली). उत्तराखंड के जोशीमठ में पैदा हुआ संकट लगातार गंभीर होता जा रहा है. इसे देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय की एक टीम मंगलवार को उत्तराखंड के चमोली में जोशीमठ का दौरा करेगी. कलेक्टर हिमांशु खुराना ने यह जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि जल शक्ति मंत्रालय की एक टीम यहां आई थी और केंद्रीय गृह मंत्रालय की एक टीम मंगलवार को जोशीमठ का दौरा करेगी. इसके साथ ही 10 जनवरी 2023 से केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान (CBRI) रुड़की की टीम की देखरेख में खतरनाक हो चुके भवनों को गिराने का काम शुरू किया जाएगा. इसी क्रम में एक-दूसरे पर झुक गए 2 होटलों को भी ढहाया जाएगा.
जोशीमठ में अब तक 81 प्रभावित परिवारों का रेस्क्यू किया जा चुका है. इन सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर बनाए गए राहत शिविरों में रखा गया है. क्षेत्र के 678 मकानों में दरारें आने की पुष्टि हो चुकी है. दूसरी तरफ, जिन इलाकों में इमारतें गिराई जाएंगी, उन्हें प्रशासन ने असुरक्षित जोन घोषित कर खाली करा दिया है. एसडीआरएफ कर्मियों की मदद से लोगों के सामान को दूसरे जगह पर ले जाया जा रहा है. लोग अपने घरों को खाली करते हुए बहुत दुखी और भावुक हैं. जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (चमोली) के ताजा बुलेटिन के मुताबिक, जोशीमठ टाउन इलाके में कुल 678 इमारतों में दरारें पड़ गई हैं. सुरक्षा कारणों से अब तक कुल 81 परिवारों को अस्थाई रूप से विस्थापित किया गया है.
कर्णप्रयाग में भी दरार
जोशीमठ का संकट अभी तक टला भी नहीं है कि एक और समस्या सामने आ गई है. अब कर्णप्रयाग नगर निगम क्षेत्र में कुछ जगहों पर दरारें उभरने की बात सामने आई है. इससे स्थानीय प्रशासन सतर्क हो गया है. न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार, कर्णप्रयाग नगर निगम क्षेत्र के बहुगुणा नगर के कुछ घरों में मोटी-मोटी दरारें देखने को मिली हैं. इससे स्थानीय लोगों में दहशत है. बता दें कि जोशीमठ में सड़क से लेकर घरों तक में दरारें उभर आई हैं. इन दरारों से पानी भी निकलने लगा है. हालात की गंभीरता को देखते हुए इलाके में राहत एवं बचाव कार्य तेज कर दिया गया है. एनडीआरएफ के साथ ही एसडीआरएफ की टीमों को भी तैनात किया गया है.