
मेरठ. उत्तर प्रदेश के मेरठ स्थित विक्टोरिया पार्क को आज हर कोई जानता है. यहां पर प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले क्रिकेट खिलाड़ी राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर परफॉर्म कर मेरठ का नाम रोशन कर रहे है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि विक्टोरिया पार्क का क्रांतिकारी इतिहास भी है. अंग्रेजी हुकूमत के द्वारा यहां कभी क्रांतिकारियों को जेल में बंद किया गया था.
देश को आजादी दिलाने के लिए प्रथम स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन मेरठ से शुरू हुआ था. इसके बारे में हर कोई जानता है. लेकिन इस संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले क्रांतिकारियों को अंग्रेजों के द्वारा विक्टोरिया पार्क जेल में बंद कर दिया जाता था. यहां 85 सैनिकों को बंद कर दिया गया था.
आजादी के दीवानों ने तोड़ दी थी जेल
न्यूज़ 18 लोकल से बातचीत करते हुए इतिहासकार डॉ. नवीन गुप्ता बताते हैं कि ब्रिटिश हुकूमत की दमनकारी नीतियों का विरोध करते हुए देश को आजाद कराने की ज्वाला दिल में लिए 85 सैनिकों ने विद्रोह कर दिया था. जैसे ही अंग्रेजी हुकूमत को इस बारे में पता चला तो उन्होने इस ज्वाला को दबाने के लिए सभी 85 सैनिकों का कोर्ट मार्शल करते हुए कोतवाली सदर से विक्टोरिया पार्क में जेल में शिफ्ट कर दिया था.
इस बात की जानकार अन्य क्रांतिकारियों तक पहुंची तो सभी ने विक्टोरिया पार्क जेल पर हमला कर 85 सैनिकों सहित कुल 836 क्रांतिकारियों को वहां से आजाद करा लिया था.
क्रांतिकारियों की यादों को संजोया है पार्क
जिन 85 क्रांतिकारियों ने भारत को आजाद कराने में प्रथम भूमिका निभाई थी, उन आजादी के मतवालों के नामों को विक्टोरिया पार्क की जेल के स्थान पर बने स्मारक पर अंकित है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उन सभी अमर वीर क्रांतिकारियों को यहां पहुंच कर नमन कर चुके हैं.
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FIRST PUBLISHED : January 25, 2023, 14:29 IST